गुजरात में चुनावी रैली, मैथिली में ट्वीट.. बीजेपी में हिमंता की बढ़ रही डिमांड के पीछे क्या वजह है
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा बीजेपी में हिंदुत्व के नए पोस्टर बॉय बनकर उभर रहे हैं। गुजरात में चुनाव प्रचार के लिए जब बीजेपी रणनीति बना रही थी तो उसने तमाम नेताओं को वहां जाकर प्रचार करने की जिम्मेदारी दी। गुजरात या हिंदी प्रदेशों में इस काम के लिए अब तक उत्तर-पूर्व के नेताओं को कम ही लगाया जाता था। लेकिन पार्टी के लिए बड़ी हैरानी की बात रही कि चुनाव प्रचार में हिमंता की डिमांड खुद गुजरात से आई। और फिर जब हिमंता ने वहां पहुंचकर प्रचार सभाएं करनी शुरू कीं तो उनकी सभाओं में पार्टी वर्करों का भी रेस्पॉन्स अच्छा रहा। इसके बाद उनकी रैलियों की संख्या भी बढ़ी। हालांकि उनके कुछ भाषणों पर विवाद भी हुआ, लेकिन पार्टी में जिस तरह से उनकी पूछ बढ़ रही है, वह चर्चा का विषय बनी हुई है। और बात सिर्फ गुजरात की ही नहीं, पिछले दिनों उन्होंने बिहार के एक लोकपर्व पर मैथिली भाषा में ट्वीट किया। उनके उस ट्वीट पर बिहार में भी खूब चर्चा हुई। माना जा रहा है कि हिमंता 2024 आम चुनाव में बीजेपी के लिए एक अहम प्रचारक हो सकते हैं और वह पार्टी की अगली पीढ़ी के महत्वपूर्ण नेता के रूप में भी स्थापित हो रहे हैं।...