CM योगी ने बताया- कैसे जीती जा सकती है कुपोषण से जंग

लखनऊ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कहा कि विभिन्न विभाग अगर बेहतर से काम करें तो के खिलाफ जंग जीती जा सकती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राष्ट्रीय पोषण माह की तैयारियों को लेकर बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग समेत अन्य विभागों और प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित कर रहे थे। योगी ने कहा, 'संपूर्ण स्वास्थ्य के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में भी एक बड़ा कार्य विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। अंतरविभागीय समन्वय से हम बहुत लक्ष्यों को एक साथ प्राप्त कर सकते हैं। इसमें विभागों के आपसी तालमेल के माध्यम से कुपोषण के खिलाफ हर जंग जीती जा सकती है।' उन्होंने कहा, 'इसके लिए जिलाधिकारी आज और अभी से अपने-अपने जिले के लिए कार्ययोजना बनाकर उसे प्रभावी तरीके से लागू करें। इसकी नियमित निगरानी करें, कार्ययोजना की प्रभावी निगरानी के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करें।' योगी ने कहा, 'मानदेय बढ़ाने के बाद भी अगर आंगनबाढ़ी कार्यकर्ता आंदोलन करती हैं तो जिलाधिकारी उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। यह अभियान हमें गांव-गांव और घर-घर तक पहुंचाना है तो साक्षरता के लिहाज से भी स्कूल चलो अभियान के साथ इसको जोड़ें। नामांकन की प्रक्रिया के चलते हम बच्चों को इस अभियान के तहत जोड़ सकते हैं।' मुख्यमंत्री ने कहा, 'बेसिक शिक्षा परिषद इस बात को सुनिश्चित करें कि जिन जनपदों में बेसिक शिक्षा अधिकारी अभी तक नियुक्त नहीं हो पाए हैं, वहां पर तत्काल उनकी नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाए। स्वच्छता और शुद्घ पेयजल कुपोषण को खत्म करने का सबसे प्राथमिक आधार हैं। सभी विभाग शुद्घ पेयजल को लेकर जागरूकता अभियान चलाएं और आमजन को जागरूक करने का काम करें।' योगी ने कहा कि अगर मार्केट से जार का पानी लाकर हम पी रहे हैं तो हम अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, क्योंकि उसकी गुणवत्ता की कोई गारंटी नहीं है। उन्होंने अपील की, 'लोग हैंडपंप का पानी पीएं, इसके साथ ही जो भी मौजूद जल है उसे हमेशा गर्म कर उसे ठंडा करके पीएं, ताकि इन बीमारियों पर रज़क लगाई जा सके। पोषण अभियान की शुरुआत स्वच्छता और शुद्घ पेयजल की आपूर्ति के माध्यम से ही हम कर सकते हैं। इसको लेकर व्यापक अभियान चलाएं, ग्राम पंचायत, मलिन बस्तियों में व्यापक पैमाने पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।' योगी ने कहा, 'एक जवाबदेही तय की जाए। सीडीपीओ और आंगनबाढ़ी वर्कर को नियंत्रित करने वाली संस्थाएं हैं। ये लोग उस पर निरंतर निगरानी रखें और इन कार्यों को सुनिश्चित करें। इसके साथ ही हर स्तर के अधिकारी, विभागीय मंत्री फील्ड में जाकर इसकी निगरानी करें। जनपद स्तर के अधिकारी भी इसकी निरंतर समीक्षा करें।' उन्होंने कहा, 'हमारे जनपद स्तरीय नोडल अधिकारी, प्रभारी मंत्री जनपद स्तर पर इसकी समीक्षा करें। किसी आंगनबाड़ी या किसी ऐसी बस्ती का भी निरीक्षण करें, जहां पर इसे आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।'


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