34 मुसाफिरों समेत बस हाईजैक, कहानी में आया नया ट्विस्ट

आगरा ताजनगरी आगरा में एक अनूठा मामला सामने आया है। पहले पता चला था कि फाइनैंस कंपनी के कर्मचारियों ने सवारियों से भरी बस को हाईजैक किया। लेकिन अब कहानी में ट्विस्ट आ गया है। बताया जा रहा है कि लेन-देन के विवाद में वारदात को अंजाम दिया गया। थाना मलपुरा क्षेत्र में अज्ञात कार सवारों ने बस के ड्राइवर और कंडक्टर को उतारकर बस को अगवा किया था। राहत की बात यह है कि बस का पता चल गया है। बस इटावा से बरामद हुई है और यात्री सुरक्षित हैं। इटावा से बस बरामद, सभी यात्री सुरक्षित बताया जा रहा है कि अगवा बस इटावा में मिली है। बस के सभी यात्री एमपी के छतरपुर में सकुशल मिले हैं। इटावा के बलरई थाने के लखेरा गांव के पास बस एक ढाबे पर मिली है। उधर आगरा के एसएसपी ने बताया कि बस यात्रियों तक आगरा पुलिस पहुंच गई है। पुलिस ने यात्रियों से बात की है और चिंता की कोई बात नहीं है। अब पता चल रहा है कि फाइनैंस कर्मियों ने बस को हाईजैक नहीं किया था। अब सामने आई नई कहानी बताया जा रहा है कि फिरोजाबाद के प्रदीप गुप्ता नाम के शख्स ने बस को अगवा कराया था। प्रदीप का बस मालिक से लेन-देन का विवाद था। बस मालिक की मंगलवार को कोरोना से मौत हो गई थी। ऐसे में प्रदीप गुप्ता को लगा कि उन्हें बकाया पैसा नहीं मिलेगा। इसलिए बस अगवा किया गया। उधर बस के यात्री छतरपुर में मिले हैं। उनसे बातचीत की गई है। उधर श्रीराम फाइनैंस के रीजनल बिजनस हेड बीसी कटोच ने बस पर किसी भी लोन की बात से इनकार किया है। फाइनैंस कर्मियों के हाईजैक करने की बात आई थी मामले की जांच करने पर पुलिस को पता चला कि फाइनैंस कर्मियों ने बस को अगवा कर लिया था। पुलिस अब ग्वालियर की फाइनैंस कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने जा रही है। आगरा के एसएसपी बबलू कुमार ने बताया, 'ग्वालियर के तीन लोगों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि जिस बस में वे गुरुग्राम से मध्य प्रदेश के पन्ना जा रहे थे उसे फाइनैंस कंपनी के कर्मचारियों ने अगवा कर लिया। कंपनी ने ही बस को फाइनैंस किया था।' सूत्रों के मुताबिक बस मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक प्राइवेट फाइनैंस कंपनी में खड़ी है। बस के मालिक की मौत यूपी के अडिशनल चीफ सेक्रटरी (होम) अवनीश अवस्थी ने आगरा बस हाईजैक मामले में बताया, 'फाइनैंस कंपनी ने गैर कानूनी तरीके से बस को जब्त कर लिया था। ड्राइवर और बस में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं। बस के मालिक की मंगलवार रात मौत हो गई थी।' बाईपास से हाईजैक हुई थी बस आगरा के थाना मलपुरा क्षेत्र के न्यू दक्षिणी बाईपास पर बुधवार तड़के ग्वालियर से आई बस को 34 सवारियों समेत हाईजैक किये जाने की सूचना ने पुलिस के होश उड़ा दिए। मामले की जांच में बस मालिक द्वारा किश्तें न चुकाने का पता चला। गुरुग्राम से एमपी के लिए चली थी ग्वालियर की बस जानकारी के मुताबिक ग्वालियर की बस यूपी-75 M-3516 गुरुग्राम से मध्य प्रदेश के लिए चली थी। बस में 34 सवारियां और के अलावा ड्राइवर और दो कंडक्टर मौजूद थे। तड़के ड्राइवर और कंडक्टर ने पुलिस को सूचना दी कि कार सवार युवकों ने खुद को फाइनैंसकर्मी बताकर गाड़ी रुकवाई और सवारियों समेत बस को लेकर फरार हो गए। ढाबे पर ड्राइवर और कंडक्टर को उतारा सवारियों समेत बस को हाईजैक करने की खबर से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कि उक्त आरोपियों ने मलपुरा थाना के न्यू दक्षिणी बाईपास से बस को अपने कब्जे में लिया था। थाना एत्मादपुर इलाके के कुबेरपुर के पास एक ढाबे पर ड्राइवर और दोनों कंडक्टरों को उतार दिया गया। आरोपियों ने उन्हें किराये के लिए तीन-तीन सौ रुपये दिए और ढाबे पर खाना खिलाकर वहीं छोड़ दिया। इसके बाद वे बस लेकर चले गए।
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