मरे 107, दिखाया 9...BEST ने छिपाए आंकड़े?

मुंबई मुंबई की पहचान BEST (बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट) के यूनियन ने आरोप लगाया है कि कोरोना से हुई मौत के आंकड़ों को छिपाया जा रहा है। यूनियन और पैसेंजर असोसिएशन के अनुसार बेस्ट अधिकारियों ने केवल 9 कर्मचारियों की मौत का आंकड़ा दिया है, जबकि असल में 107 कर्मचारी कोरोना की वजह से दम तोड़ चुके हैं। बेस्ट के आधिकारिक रेकॉर्ड के अनुसार अभी तक 1385 कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए, जिनमें से 1081 स्वस्थ हो चुके हैं। 78 प्रतिशत लोग रिकवर हो चुके हैं। हालांकि मौत की संख्या मई से ही अपडेट नहीं हुई है। बेस्ट के एक कर्मचारी ने कहा कि अभी तक 107 कर्मचारी मर चुके हैं लेकिन केवल 9 मौत दिखाई जा रही है। 98 लोगों की मौत को छिपाया जा रहा है। बेस्ट के एक अधिकारी ने हमारे सहयोगी अखबार मुंबई मिरर से बातचीत में बताया, 'आंकड़ों में केवल उन्हें शामिल किया गया है, जो कर्मचारी हॉस्पिटल में भर्ती होने या फिर से मरने के 15 दिन पहले तक काम कर रहे थे। दूसरे शब्दों में जो कर्मचारी ड्यूटी के दौरान संक्रमित हुए, केवल उन्हें ही गिना जा रहा है।' कर्मचारी को हेल्थ की जानकारी देनी होगी। परिवार को ICMR अप्रूव्ड कोरोना रिपोर्ट बेस्ट को देनी होगी। डेथ सर्टिफिकेट पर भी कोरोना का जिक्र जरूरी है। BEST के कर्मचारी कोरोना संक्रमण के दौर में भी लगातार फ्रंटलाइन पर सक्रिय हैं। परिवहन से जुड़े कर्मचारी लॉकडाउन के समय से ही जरूरी सेवाओं के काम में लगे हैं। वहीं इलेक्ट्रिसिटी से जुड़े कर्मचारी 10 लाख कस्टमर्स को इलेक्ट्रिसिटी की सप्लाई में टेक्निकल फॉल्ट पर काम कर रहे हैं। यूनियन से जुड़े शशांक राव का कहना है कि मृतक कर्मचारियों को 50 लाख की रकम भी नहीं दी गई। हालांकि बेस्ट के अधिकारियों का कहना है, 'मौत के आंकड़ों को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है। हम यह मान सकते हैं कि 25 कर्मचारियों की मौत हुई है और उनके रिश्तेदारों को नौकरी भी दी गई है। यह साबित करें कि 107 मौत हुई है। हम सभी 36 हजार कर्मचारियों की चेकिंग कर रहे हैं। कोरोना के मद्देनजर स्पेशल हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।'


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