गायत्री प्रजापति ने यूं किया था खेल, करीबियों के नाम से खरीदी 100 करोड़ की संपत्तियां

लखनऊ पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति () ने अवैध खनन से जुटाई गई काली कमाई से 56 संपत्तियां अपने रिश्तेदारों और करीबियों के नाम पर 36 करोड़ रुपये में खरीदी थीं। हालांकि इन संपत्तियों की बाजार कीमत 100 करोड़ से भी अधिक की बताई जा रही है। गायत्री प्रजापति और उसके करीबियों के यहां छापेमारी के दौरान इसका खुलासा हुआ है। गायत्री प्रजापति के ठिकानों पर बुधवार को छापेमारी के दौरान ईडी को सबसे अधिक बेनामी नामी संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज मिले थे। जानकारी के मुताबिक दूसरों के नाम पर खरीदी गई जिन 56 संपत्तियों के बारे में जानकारी मिली है उनमें परिवारीजनों के नाम से मुंबई में खरीदे गए 10 करोड़ रुपये कीमत के चार विला भी शामिल हैं। ईडी ने इन्हें सीज कर दिया है। 23 संपत्तियों के दस्तावेज बेनामी इसके अलावा तीन लाख रुपये से लेकर 36 लाख रुपये तक की 23 संपत्तियों के बरामद दस्तावेज बेनामी पाए गए हैं। छापेमारी के दौरान ईडी ने 4.50 लाख रुपये की एफडीआर भी बरामद की है। ईडी ने फतेहपुर जिले में हुए खनन घोटाले के मामले में यह कार्रवाई की है। जांच में सामने आया है कि गायत्री के मंत्री रहने के दौरान उसके परिवार के लोगों और करीबियों ने जमकर काली कमाई की, जबकि उनकी आय उनके द्वारा जमा किए गए आईटीआर से कई गुना ज्यादा थी । 44 बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज बरामद ईडी की छापेमारी में जिन कंपनियों और गायत्री के परिवारीजनों के नाम संपत्तियों के दस्तावेज बरामद हुए है। उनमें एमजीए हॉस्पिटैलिटी और एमएजीएस इंटरप्राइजेस की सीतापुर, फैजाबाद, लखनऊ व कानपुर में 6.73 करोड़ कीमत की 14 संपत्तियां, गायत्री के बेटे अनिल प्रजापति की लखनऊ, कानपुर, अमेठी और मुंबई में 7.54 करोड़ कीमत की 11 संपत्तियां है। इसके अलावा अनुराग प्रजापति की लखनऊ, सुलतानपुर, रायबरेली, अमेठी व मुंबई में 3.60 करोड़ कीमत की आठ संपत्तियां, शिल्पा प्रजापति की मुंबई में 2.10 करोड़ कीमत की एक संपत्ति, एमजीए कॉलोनाइजर्स की लखनऊ में 79 लाख रुपये कीमत की दो संपत्तियां और लखनऊ में 17.15 करोड़ कीमत की कुल 44 बेनामी संपत्तियों का पता चला है।


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