Covid Vaccine: ऐसे साबित करना होगा, आप हैं बीमारी की चपेट में

आज से दिल्ली में तीन कैटिगरी में वैक्सिनेशन हो रहा है। पहली कैटिगरी में हेल्थकेयर वर्कर हैं, जिनकी वैक्सिनेशन 16 जनवरी से चल रही है। दूसरी कैटिगरी में फ्रंटलाइन वर्कर हैं, जिनकी वैक्सिनेशन 3 फरवरी से हो रही है। 1 मार्च से तीसरी कैटिगरी शुरू की जा रही है, जिसमें 60 साल से ऊपर बुजुर्ग व 45 साल से 49 साल के बीच बीमार लोग हैं। जानिए कि कौन सी गंभीर बीमारियों की लिस्ट सरकार ने जारी की है और बीमार लोगों को मेडिकल सर्टिफिकेट कैसे लेना होगा।

Coronavirus Vaccination From Today: आज से बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए कोरोना वैक्सीनेशन सुबह 9 बजे से शुरू हो गया है। वैक्सीन सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल कहीं से भी ली जा सकती है। इसके लिए Co-WIN ऐप 2.0 या पोर्टल www.cowin.gov.in पर रजिस्‍ट्रेशन कर सकते हैं।


Medical Certificate for Covid Vaccine: ऐसे साबित करना होगा, आप हैं बीमारी की चपेट में

आज से दिल्ली में तीन कैटिगरी में वैक्सिनेशन हो रहा है। पहली कैटिगरी में हेल्थकेयर वर्कर हैं, जिनकी वैक्सिनेशन 16 जनवरी से चल रही है। दूसरी कैटिगरी में फ्रंटलाइन वर्कर हैं, जिनकी वैक्सिनेशन 3 फरवरी से हो रही है। 1 मार्च से तीसरी कैटिगरी शुरू की जा रही है, जिसमें 60 साल से ऊपर बुजुर्ग व 45 साल से 49 साल के बीच बीमार लोग हैं। जानिए कि कौन सी गंभीर बीमारियों की लिस्ट सरकार ने जारी की है और बीमार लोगों को मेडिकल सर्टिफिकेट कैसे लेना होगा।



बीमारी साबित के लिए चाहिए मेडिकल सर्टिफिकेट
बीमारी साबित के लिए चाहिए मेडिकल सर्टिफिकेट

45 या इससे अधिक उम्र के लोगों को यह साबित करना होगा कि उन्हें सरकार की बताई गई गंभीर बीमारियों की सूची में से कोई बीमारी है। अब सवाल यह है कि यह कैसे साबित होगा। इसके लिए भी पूरी प्रक्रिया एसओपी में जारी की गई है। ऐसे लोगों को हमारी बीमारी का एक तय फॉर्मेट का सर्टिफिकेट किसी भी आरएमपी (रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर) से साइन करवाना होगा। यह उन्हें वैक्सीनेशन के समय दिखाना भी होगा।



सर्टिफिकेट का फॉर्मेट यहां मिलेगा
सर्टिफिकेट का फॉर्मेट यहां मिलेगा

इस सर्टिफिकेट का फॉर्मेट www.mohfw.gov.in की वेबसाइट पर देखा जा सकता है। या तो इसे प्रिंट करवा सकते हैं या फिर उस फॉरमेट में बनवा कर आरएमपी से साइन करवा सकते हैं। इस सर्टिफिकेट में व्यक्ति का नाम, लिंग, उम्र, पता, मोबाइल नंबर, पहचान पत्र कौन सा दिया गया है भी लिखा होगा। साथ ही इसमें आरएमपी का नाम, 20 बीमारियों से कौन सी बीमारी है, लिखा होगा। इस सर्टिफिकेट के साथ संबंधित बीमारी का डॉक्युमेंट भी लगाना होगा। साथ ही सर्टिफिकेट में यह भी लिखा होगा कि गलत जानकारी देना अपराध है। इसके अलावा इस सर्टिफिकेट में आरएमपी का नाम, मेडिकल काउंसिल रजिस्ट्रेशन नंबर, सर्टिफिकेट जारी करने की तारीख आदि भी देनी होगी। अगर एक से अधिक बीमारी है तो सभी लिखे होने चाहिए।



कौन-कौन से डॉक्यूमेंट चाहिए रजिस्ट्रेशन के लिए
कौन-कौन से डॉक्यूमेंट चाहिए रजिस्ट्रेशन के लिए

कोविड वैक्सीन के लिए आधार कार्ड, वोटर आईकार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, एनपीआर कार्ड, पैंशन डॉक्युमेंट से ही रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। अगर आपकी उम्र 45 से 59 साल के बीच है तो स्पेसिफिक बीमारी का सर्टिफिकेट देना जरूरी है। इसके बाद रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक एसएमएस दिया जाएगा। इसे डाउनलोड और प्रिंट कर सकते हैं। डॉक्यूमेंट की पूरी जानकारी

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किन-किन बीमारियों को मान्यता
किन-किन बीमारियों को मान्यता

कोविन वैक्सीन के लिए 20 तरह की बीमारियों को मान्यता दी गई हैं। इनमें पिछले एक साल के दौरान हार्ट फेल, हार्ट ट्रांसप्लांट या एलवीएडी, 40 प्रतिशत से अधिक एलवीईएफ, मध्यम या गंभीर दिल की बीमारी, गंभीर दिल की बीमारी, कोरोनरी आर्टरी डिजीज, हाइपर टेंशन, डायबिटीज, स्ट्रोक, पल्मनरी आर्टरी हाइपरटेंशन, किडनी/लीवर/ सेल ट्रांसप्लांट, अंतिम स्टेज की किडनी की बीमारी, गंभीर फेफड़ों की बीमारी 50 प्रतिशत से अधिक, ल्यूकीमिया/मैलोमा, सॉलिड कैंसर, बोन मैरो फेलियर/सिकल सेल की बीमारी/एप्लास्टिक एनीमिया/गंभीर थैलेसीमिया, एचआईवी इंफेक्शन, इंटलेक्चुअल डिस्एबिलिटी/एसिड अटैक जिसमें रेस्पिरेटरी सिस्टम प्रभावित हुआ हो और मल्टिपल डिस्एबिलिटी को शामिल किया गया है। बीमारियों की डीटेल लिस्ट

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वैक्सीन के लिए गलत मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने पर होगा एक्शन
वैक्सीन के लिए गलत मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने पर होगा एक्शन

केंद्र सरकार ने कोमॉर्बिडिटीज के शिकार 45 से 59 साल के बीच वाले लोगों के लिए 20 प्रकार की बीमारी की एक सूची जारी की है। इस सूची के अंदर अगर कोई बीमार है तो उन्हें RMP से मेडकल सर्टिफिकेट बनवाना होगा। लेकिन अगर किसी डॉक्टर ने इसमें लापरवाही या फर्जीवाड़ा करने की कोशिश की तो पकड़ने जाना का भी खतरा है। पकड़े जाने पर डॉक्टर के खिलाफ सख्त एक्शन किए जाने का भी प्रावधान किया गया है। केंद्र ने सर्टिफिकेट बनाने के लिए एक प्रकार का फॉरमेट जारी किया है, जिसके अनुसार डॉक्टर को अपना नाम, अपना रजिस्ट्रेशन, जगह और तारीख भी लिखनी होगी, ताकि भविष्य में अगर किसी व्यक्ति के खिलाफ कोई शिकायत मिलती है तो जांच की जा सके और सर्टिफिकेट देने वाले डॉक्टर को भी इस जांच में शामिल किया जा सके। इसके लिए सभी राज्य और मेडिकल काउंसिल के ब्रांच को भी निर्देश दिए जा चुके हैं, ताकि डॉक्टर कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर पहले से अलर्ट रहें।



अपॉइंटमेंट वालों को पहले, ऑन स्पॉट को बाद में मिलेगी वैक्सीन
अपॉइंटमेंट वालों को पहले, ऑन स्पॉट को बाद में मिलेगी वैक्सीन

वैक्सिनेशन लेने के लिए सभी को कोविन ऐप पर रजिस्टर्ड करना होगा, चाहे लोग खुद से रजिस्टर्ड हो जाएं या फिर अस्पताल में जाकर वहां पर रजिस्टर करें। लेकिन सरकार ने यह साफ कर दिया है कि जो लोग खुद से रजिस्टर होकर वैक्सीन के लिए अस्पताल जाएंगे, उन्हें पहले वैक्सीन दी जाएगी और जो लोग अस्पताल जाकर रजिस्ट्रेशन करेंगे उनकी बारी बाद में आएगी। सरकार ने इसके लिए समय भी तय कर दिया है। जो लोग घर से रजिस्टर होकर आएंगे उनके लिए सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे का लंबा समय दिया है, जबकि वॉक इन वालों के लिए दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे के बीच यानी सिर्फ 2 घंट के समय तय किया गया है। दिल्ली में वैक्सीनेशन सेंटर कहां-कहां पर है,

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