पैसों की हेराफेरी में अनिल देशमुख के दोनों बेटे भी शामिल, 7000 पन्नों की चार्जशीट में चौंकाने वाले खुलासे

मुंबई महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की मुश्किलें लगातार बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को उनके खिलाफ सात हजार से ज्यादा पन्नों की चार्जशीट विशेष पीएमएलए कोर्ट में फाइल की है। इस चार्जशीट में अनिल देशमुख और उनके परिवार पर 50 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया गया है। चार्जशीट में कहा गया है कि देशमुख और उनके परिवार ने उनसे संबंधित कंपनियों में इन पैसों को अवैध तरीके से निवेश किया है। चार्जशीट में देशमुख के बेटों का नामईडी द्वारा फाइल की गई चार्जशीट में अनिल देशमुख के दोनों बेटों ऋषिकेश और सलिल के अलावा उनके सीए भाविक पंजवानी का नाम बतौर आरोपी दर्ज किया गया है। इस चार्जशीट में महाराष्ट्र के पूर्व चीफ सेक्रेटरी सीताराम कुंटे और मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह का बयान भी दर्ज है। हालांकि ईडी ने अभी तक संदिग्ध ट्रांजैक्शन के संबंध में ऋषिकेश और सलिल का बयान दर्ज नहीं किया है। आपको बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी जांच के दौरान यह पाया कि देशमुख और उनके परिवार ने उनसे संबंधित कंपनियों में कई संदिग्ध ट्रांजैक्शन किए हैं। हालांकि पूछताछ के दौरान ईडी को भाविक पंजवानी और अन्य लोगोंं से संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाए हैैं। अनिल परब भूमिका पर सवाल प्रवर्तन निदेशालय ने अभी तक महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री और शिवसेना नेता अनिल परब के बारे में भी चार्जशीट में कोई विशेष जिक्र नहीं किया है। इसके अलावा चार्जशीट में 12 आईपीएस अधिकारियों के बयान को भी शामिल नहीं किया गया है। जिन्हें जिनसे ईडी ने पूछताछ की थी। ईडी को शक है कि इन सभी अधिकारियों ने यह पोस्टिंग अनिल देशमुख के रिकमेंडेशन के बाद हासिल की हैं। फिलहाल ईडी इस मामले की छानबीन में जुटी हुई है। अगर यह पैसों के लेनदेन से जुड़ा हुआ मामला निकला तो इसे भी चार्जशीट में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा ईडी जांच कर रही है कि क्या इस मामले में अनिल परब की तरफ से अनिल देशमुख को कुछ अधिकारियों के नाम दिए गए थे ताकि उनकी मलाईदार जगहों पर पोस्टिंग की जा सके। नहीं मिली रश्मि शुक्ला की रिपोर्ट प्रवर्तन निदेशालय को महाराष्ट्र स्टेट इंटेलिजेंस विभाग की कमिश्नर रश्मि शुक्ला कि वह रिपोर्ट भी नहीं मिल पाई है। जिसमें यह कहा गया था कि उन्होंने कई प्रभावशाली लोगों और नेताओं की फोन पर हुई बातचीत को रिकॉर्ड किया था। जिसमें यह पता चला था कि पैसे लेकर पुलिस अधिकारियों की पोस्टिंग मलाईदार जगह पर की जा रही है। ईडी की तरफ से अनिल देशमुख मामले में यह दूसरी चार्जशीट बुधवार को दायर की गई है। इसके पहले अगस्त के महीने में ईडी ने पहली चार्जशीटअनिल देशमुख के नागपुर स्थित श्री साईं शिक्षण संस्था उनके निजी सचिव संजीव पलांडे और निजी सहायक कुंदन शिंदे और बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वझे के संबंध में दायर की थी। देशमुख पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए सचिन वझे को हर महीने 100 करोड रुपए की वसूली मुंबई के रेस्टोरेंट और डांस बार से करने का आदेश दिया था।


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