लखनऊ में LPG की डीलरशिप दिलवाने के नाम पर ठगे 7 लाख, जालसाजों के खिलाफ केस दर्ज

लखनऊ लखनऊ में एलपीजी वितरक के नाम से जालसाजों ने फर्जी वेबसाइट बना कर एक व्यक्ति को डीलरशिप दिलवाने के नाम पर सात लाख रुपये हड़प लिए। हिंदुस्तान पेट्रोलियम कर्मी बन जालसाजों ने रुपये ऐंठे और फिर गायब हो गए। पीड़ित ने कृष्णानगर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। कृष्णानगर के अलीनगर सुनहरा में मयंक तिवारी अपने परिवार संग रहते हैं। वह एलपीजी की डीलरशिप लेना चाहते थे। इसके लिए इंटरनेट पर सर्च करने के दौरान उनको https://ift.tt/3qHDqi7 नाम की वेबसाइट दिखी। वेबसाइट चेक कर उन्होंने रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरा था। पांच नवंबर को उनके पास एक अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को हिंदुस्तान पेट्रोलियम कर्मी बताया। जालसाज ने मयंक को बताया कि उनका चयन डीलरशिप के लिए हो गया है। इसके बाद उसने मयंक को एक मोबाइल नंबर दिया और बताया कि नंबर कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी का है। मयंक ने दिए गए नंबर पर कॉल की तो उन्हें एक ई-मेल आईडी बताई गई। इस पर डीलरशिप प्राप्त करने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, जमीन के कागज, कैंसिल चेक और दो फोटो भेजने के लिए कहा गया था। मयंक ने भी बिना कुछ सोचे दी गई ईमेल आईडी पर दस्तावेज भेज दिए थे। आठ नवंबर को उन्हें कंफर्मेशन मेल आया था। इसके कुछ अकाउंट की डिटेल दी गई थी और कुछ रुपये जमा करने के लिए कहा गया। मयंक के अनुसार ई-मेल आईडी में दिए गया अकाउंट हिंदुस्तान पेट्रोलियम के नाम से था। पहली बार में उन्होंने बताए गए खाते में 18 हजार 500 रुपये जमा किए थे। इसके बाद अलग-अलग तारीखों में उनसे करीब छह लाख 80 हजार और जमा करवाए गए। इस बीच मयंक की फोन पर कई लोगों से बात होती रही। मयंक के मुताबिक 27 दिसंबर को आखिरी मीटिंग होनी थी, लेकिन उससे पहले ही सभी मोबाइल नंबर स्विचऑफ हो गए। ई-मेल भेजने पर जवाब भी नहीं आया। शक होने पर मयंक ने छानबीन की तो ठगी का पता चला। पीड़ित ने कृष्णानगर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।


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