टीपू सुल्तान के नाम पर फिर विवाद, नवाब मलिक बोले- BJP पार्षदों ने ही दिए थे पत्र
मुंबईमुंबई में एक रेनोवेटड पार्क का नाम () के नाम पर रखने का जमकर विरोध कर रही है। कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई ने गुरुवार को दावा किया कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी 2017 में कर्नाटक विधानसभा में 18वीं सदी के मैसूर के शासक की प्रशंसा की थी। बीजेपी ने यह आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया था कि इस पार्क का नाम टीपू सुल्तान के नाम पर रख दिया गया है। बीजेपी ने दावा किया कि टीपू सुल्तान ने हिदुओं पर अत्याचार किया था, इसलिए उनका नाम किसी सरकारी प्रॉपर्टी के लिए पूरी तरह अस्वीकार्य है। हालांकि, मालवनी में इस पार्क का उद्घाटन करने वाले महाराष्ट्र के मंत्री ने कहा था कि हमेशा से इस पार्क का नाम टीपू सुल्तान के नाम पर था और कोई नया नामकरण नहीं किया गया है। बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए प्रदेश कांग्रेस महासचिव सचिन सावंत ने कहा, ‘2017 में कर्नाटक विधानसभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने टीपू सुल्तान के कार्यों का जिक्र किया था। क्या बीजेपी वह पूरी तरह भूल गई है। राजनीतिक हस्तियों को चित्रित करने में धर्म को लाना, नफरत और ध्रुवीकरण का जहर फैलाना बीजेपी की विकृत राजनीति है।’ मंत्री बोले, कोल्लूर के मंदिर में होती है टीपू सुल्तान की पूजा उन्होंने दावा किया कि हर चीज को श्वेत-श्याम के रूप में पेश करने की बीजेपी की राजनीति की शैली विकृत है और ऐसे नजरिए को पूरी तरह खारिज किया जाना चाहिए। सावंत ने कहा, ‘कोल्लूर में श्री मूकाम्बिका मंदिर में रोज शाम को साढ़े सात बजे टीपू सुल्तान के नाम पर आरती की जाती है। नेताजी सुभाषचंद्र बोस, जिनकी होलोग्राम प्रतिमा का प्रधानमंत्री ने उद्घाटन किया, उन्होंने टीपू को शहीद बताया था और उनके मैसूर बाघ को अपनी आजाद हिंद फौज के झंडे का हिस्सा बनाया था। वर्दी पर भी उसकी आकृति बनवाई थी।’ मंत्री का दावा, 15 सालों से टीपू सुल्तान पर है पार्क का नाम टीपू सुल्तान 18वीं सदी के मैसूर के शासक थे और उनकी जान ब्रिटिश के खिलाफ लड़ाई लड़ते हुए गई। मंत्री शेख ने दावा किया है कि यह पार्क 15 सालों से टीपू सुल्तान के नाम से जाना जाता था। हालांकि उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि बृहन्मुम्बई महानगरपालिका की ओर से (टीपू सुल्तान के नाम पर पार्क का नाम रखने का) ऐसा कोई फैसला नहीं किया गया। जबकि महानगरपालिका शहर में किसी सरकारी स्थल का नाम रखने की एकमात्र अधिकारी है। नवाब मलिक बोले, बीजेपी पार्षदों ने ही दिए थे नाम रखने के लिए पत्रएनसीपी के मुख्य प्रवक्ता और राज्य के मंत्री नवाब मलिक ने कहा, ‘टीपू सुल्तान ने अंग्रेजों के सामने कभी आत्मसपर्मण नहीं किया और वह आक्रांताओं के खिलाफ लड़ाई लड़ते हुए शहीद हो गए। बीजेपी ऐसे योद्धाओं का विरोध कर रही है। कर्नाटक में बीजेपी नेता बी एस येदियुरप्पा टीपू सुल्तान की जयंती मनाया करते थे लेकिन मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने उसे रद्द कर दिया।’ उन्होंने कहा, ‘मुम्बई में भी बीजेपी पार्षदों ने इस पार्क का नाम टीपू सुल्तान के नाम पर रखने के लिए पत्र दिए थे। यह कुछ नहीं बल्कि लोगों का ध्यान भटकाने की बीजेपी की तरकीब है।’
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