इतिहास को दबाने की जरूरत नहीं, 1984 के दंगों पर आधारित द दिल्ली फाइल्स का स्वागत, फुल्का ने कहा- इतिहास सामने होना चाहिए

एच एस फुल्का जिन्होंने दिल्ली में 1984 के सिख दंगों (1984 anti-Sikh riots) का मुकदमा वरिष्ठ अधिवक्ता के तौर पर मुकदमा लड़ा और नरसंहार में न्याय की मांग की। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि दिल्ली में जो हुआ वह हिंदू-सिख दंगा नहीं था। यह कांग्रेस पार्टी और तत्कालीन भारत सरकार द्वारा सिखों के खिलाफ नरसंहार था।

from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/8oHS4eu

Comments

Popular posts from this blog

फडणवीस की पत्नी ने पुकारा तो कंधे पर बैठ गया दुर्लभ 'टाइगर', यूं मिली नई जिंदगी!

चाय की जगह काढ़ा, सोशल डिस्टेंसिंग...UP असेंबली का बदला सा नजारा

वर्ल्ड किडनी डेः किडनी की बीमारी अब युवाओं पर पड़ रही भारी