17 सल मर डयलसस चल फर एक दन... म क तयग क य कहन दल क छ लग

अपने देश में सैकड़ों साल से कहा जाता रहा है कि धरती पर मां ही ईश्वर का दूसरा रूप है। वह बिना किसी शर्त या लालच के बेटे की हरसंभव देखभाल करती है। खुद कष्ट सहती है लेकिन अपने जिगर के टुकड़े को कभी दुखी नहीं देखना चाहती है। वह प्यार और करुणा की मूरत होती है। ऐसी ही अपनी मां के त्याग की कहानी गुरु सामी ने शेयर की है।

from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News https://ift.tt/XW023J7

Comments

Popular posts from this blog

34 मुसाफिरों समेत बस हाईजैक, कहानी में आया नया ट्विस्ट

किसान संगठन ने सुप्रीम कोर्ट से की मांग, बदले जाएं मध्यस्थता कमिटी के सदस्य

फडणवीस की पत्नी ने पुकारा तो कंधे पर बैठ गया दुर्लभ 'टाइगर', यूं मिली नई जिंदगी!