जेनरिक दवाओं पर क्यों नहीं बन रही सहमति? जानें कहां फंस रहा है पेंच

नैशनल मेडिकल कमिशन (NMC) ने रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर (पेशेवर आचरण) विनियम 2023 नोटिफाई किया था। इसमें डॉक्टरों के लिए जेनेरिक दवाएं लिखना अनिवार्य बनाया गया। इसके बाद इस नोटिफिकेशन पर रोक लगा दी गई है। इंडियन मेडिकल काउंसिल रेगुलेशंस 2002 में भी डॉक्टरों को जेनेरिक दवाएं लिखने की सलाह दी गई थी।

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