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Showing posts from April, 2021

Coronavirus India : देश में कोरोना के अब तक के सर्वाधिक 4.01 लाख नए मामले सामने आए, 3,523 और लोगों की मौत

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नई दिल्ली भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में अब तक के सर्वाधिक चार लाख से अधिक नए मामले सामने आए हैं और उपचाराधीन मामलों की संख्या अब 32 लाख के पार हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस संक्रमण के 4,01,993 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,91,64,969 हो गई तथा 3,523 और लोगों की मौत होने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर 2,11,853 हो गई। मरीजों के ठीक होने की दर में कमी देश में संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और उपचाराधीन लोगों की संख्या बढ़कर 32,68,710 हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 17.06 प्रतिशत है तथा मरीजों के ठीक होने की दर और गिरकर 81.84 प्रतिशत रह गई है। आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण के बाद ठीक हुए लोगों की संख्या बढ़कर 1,56,84,406 हो गई है और मृत्यु दर 1.11 प्रतिशत है। 19 अप्रैल को कुल मामले 1.5 करोड़ के पार देश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या पिछले साल सात अगस्त को 20 लाख को पार कर गई थी। वहीं, कोविड-19 मरीजों की संख्या 23 अगस्त को 30 लाख, पांच स...

UP में बेड और ऑक्सिजन की कमी नहीं... योगी के दावों की ही पोल खोल रहे बीजेपी के विधायक और सांसद

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लखनऊ उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस में अभूतपूर्व उछाल देखने को मिला है। बढ़ते कोरोना के मामलों के चलते यूपी देश के सबसे खराब राज्यों में शुमार हो गया है। अव्यवस्थाओं और खस्ताहाल स्वास्थ्य सेवाओं की खबरें लगातार सामने आ रही है। सत्तारूढ़ बीजेपी के निर्वाचित प्रतिनिधि भी स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की विफलताओं को लेकर लगातार सवाल उठा रहे हैं। बीजेपी के विधायक और सांसद लगातार सीएम और प्रशासन को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। ये पत्र सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं। प्रतिनिधि अपने बयान जारी कर रहे हैं, ये पत्र संकेत दे रहे हैं कि यूपी बीजेपी इकाई में सबकुछ ठीक नहीं है। 'ब्लेम गेम से ऊपर उठकर करना चाहिए काम' मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दावे कर रहे हैं कि राज्य में बेड, ऑक्सिजन, आदि की कोई कमी नहीं है। वहीं बीजेपी के निर्वाचित सदस्य सरकार के दावों को पोल खोल रहे हैं। इस बारे में बीजेपी यूपी के प्रवक्ता हीरो वाजपेई ने कहा, 'हर किसी की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि चीजें बेहतर हों और इस तरह के पत्राचार का मकसद किसी पर दोषारोपण करने का नहीं है। यह केवल वर्...

UP में बेड और ऑक्सिजन की कमी नहीं... योगी के दावों की ही पोल खोल रहे बीजेपी के विधायक और सांसद

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लखनऊ उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस में अभूतपूर्व उछाल देखने को मिला है। बढ़ते कोरोना के मामलों के चलते यूपी देश के सबसे खराब राज्यों में शुमार हो गया है। अव्यवस्थाओं और खस्ताहाल स्वास्थ्य सेवाओं की खबरें लगातार सामने आ रही है। सत्तारूढ़ बीजेपी के निर्वाचित प्रतिनिधि भी स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की विफलताओं को लेकर लगातार सवाल उठा रहे हैं। बीजेपी के विधायक और सांसद लगातार सीएम और प्रशासन को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। ये पत्र सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं। प्रतिनिधि अपने बयान जारी कर रहे हैं, ये पत्र संकेत दे रहे हैं कि यूपी बीजेपी इकाई में सबकुछ ठीक नहीं है। 'ब्लेम गेम से ऊपर उठकर करना चाहिए काम' मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दावे कर रहे हैं कि राज्य में बेड, ऑक्सिजन, आदि की कोई कमी नहीं है। वहीं बीजेपी के निर्वाचित सदस्य सरकार के दावों को पोल खोल रहे हैं। इस बारे में बीजेपी यूपी के प्रवक्ता हीरो वाजपेई ने कहा, 'हर किसी की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि चीजें बेहतर हों और इस तरह के पत्राचार का मकसद किसी पर दोषारोपण करने का नहीं है। यह केवल वर्...

डायबीटीज, बीपी, हाइपरटेंशन... ये बीमारियां हैं और कोरोना हो गया? मन में उलझन का हर जवाब यहां

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लखनऊ अगर आपको डायबीटीज, बीपी और हाइपरटेंशन जैसी दिक्कत के साथ मामूली लक्षणों के साथ कोविड है और आपका ऑक्सिजन लेवल 95 से ऊपर है तो घबराने की जरूरत नहीं है। अपने डॉक्टर के संपर्क में रहिए और उनके परामर्श पर पुरानी बीमारी के साथ कोविड की बताई हुई दवाएं खाते रहिए। हेल्दी डाइट लीजिए और खाली बैठने के बजाय खुद को पढ़ने या छोटे-मोटे कामों में व्यस्त रखिए। होम आइसोलेशन में ऐसे मरीज बड़ी संख्या में ठीक हो रहे हैं। एनबीटी, लखनऊ सपोर्ट ग्रुप लखनऊ, आईएमए के विशेषज्ञों ने मरीजों की देखभाल को लेकर पूछे गए सवालों पर ये टिप्स दिए। 'हम साथ हैं' मुहिम के तहत चल रही हेल्पलाइन पर शुक्रवार को लखनऊ के अलावा उत्तर प्रदेश कई जिले वाराणसी, कानपुर, देवरिया, नोएडा, गाजियाबाद से फोन आए। वहीं, उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, फरीदाबाव, गुड़गांव से भी लोगों ने परामर्श के लिए फोन किया। इस दौरान डॉक्टरों ने लोगों की कोविड से जुड़ी परेशानियों और शंकाओं का समाधान किया। सवाल: पिछले एक महीने से टाइफाइड का इलाज करवा रहे हैं। तीन दिन से सीने में भारीपन लग रहा है। क्या करें? जवाब: सीने में भ...

भूखों को खाने से लावारिस शवों को दफनाने तक...ये हैं मुंबई के कोरोना हीरो

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मोफीद खान, मुंबई कोरोना वायरस को रोकने के लिए लॉकडाउन के ऐलान से कई लोगों को खाने-पीने की बड़ी दिक्कतें हो गई हैं। कामकाज बंद होने से कई लोगों की कमाई बंद हो गई है। इसके चलते उनके पास खाने के लिए भी पैसे नहीं हैं। ऐसे लोगों की मदद के लिए कई लोग आगे आ रहे हैं। वे जरूरतमंद लोगों के लिए खाने-पीने का इंतजाम कर रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं महमूद हकीमी। हकीमी की एक सामाजिक संस्था है अंजुम बाशिंदगाने बिहार। कोरोना की पहली लहर से इनकी संस्था अब तक स्लम इलाकों में काम कर रही है। मेडिकल से लेकर कोरोना मरीजों की लाशों को दफनाने में इनके कार्यकर्ता मदद करते रहे हैं। महमूद हकीमी बताते हैं कि वे पहले काफी मुश्किलों के दौर से गुजर चुके हैं। वक्त ऐसा भी आया, जब अपनों से भी उन्हें साथ नहीं मिला। तभी से उन्होंने ठान लिया था कि वे जरूरतमंदों की मदद करेंगे। कोरोना ने बीते वर्ष मुंबई में मार्च में दस्तक दी और इस वायरस को नियंत्रण करने के लिए सरकार को लॉकडाउन करना पड़ा। उस समय काम-धंधे बंद हो गए थे और लोगों के सामने खाने का संकट खड़ा हो गया था। तब महमूद हकीमी ने अपनी टीम के साथ गरीब लोगों की मदद करने का ...

डायबीटीज, बीपी, हाइपरटेंशन... ये बीमारियां हैं और कोरोना हो गया? मन में उलझन का हर जवाब यहां

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लखनऊ अगर आपको डायबीटीज, बीपी और हाइपरटेंशन जैसी दिक्कत के साथ मामूली लक्षणों के साथ कोविड है और आपका ऑक्सिजन लेवल 95 से ऊपर है तो घबराने की जरूरत नहीं है। अपने डॉक्टर के संपर्क में रहिए और उनके परामर्श पर पुरानी बीमारी के साथ कोविड की बताई हुई दवाएं खाते रहिए। हेल्दी डाइट लीजिए और खाली बैठने के बजाय खुद को पढ़ने या छोटे-मोटे कामों में व्यस्त रखिए। होम आइसोलेशन में ऐसे मरीज बड़ी संख्या में ठीक हो रहे हैं। एनबीटी, लखनऊ सपोर्ट ग्रुप लखनऊ, आईएमए के विशेषज्ञों ने मरीजों की देखभाल को लेकर पूछे गए सवालों पर ये टिप्स दिए। 'हम साथ हैं' मुहिम के तहत चल रही हेल्पलाइन पर शुक्रवार को लखनऊ के अलावा उत्तर प्रदेश कई जिले वाराणसी, कानपुर, देवरिया, नोएडा, गाजियाबाद से फोन आए। वहीं, उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, फरीदाबाव, गुड़गांव से भी लोगों ने परामर्श के लिए फोन किया। इस दौरान डॉक्टरों ने लोगों की कोविड से जुड़ी परेशानियों और शंकाओं का समाधान किया। सवाल: पिछले एक महीने से टाइफाइड का इलाज करवा रहे हैं। तीन दिन से सीने में भारीपन लग रहा है। क्या करें? जवाब: सीने में भ...

भूखों को खाने से लावारिस शवों को दफनाने तक...ये हैं मुंबई के कोरोना हीरो

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मोफीद खान, मुंबई कोरोना वायरस को रोकने के लिए लॉकडाउन के ऐलान से कई लोगों को खाने-पीने की बड़ी दिक्कतें हो गई हैं। कामकाज बंद होने से कई लोगों की कमाई बंद हो गई है। इसके चलते उनके पास खाने के लिए भी पैसे नहीं हैं। ऐसे लोगों की मदद के लिए कई लोग आगे आ रहे हैं। वे जरूरतमंद लोगों के लिए खाने-पीने का इंतजाम कर रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं महमूद हकीमी। हकीमी की एक सामाजिक संस्था है अंजुम बाशिंदगाने बिहार। कोरोना की पहली लहर से इनकी संस्था अब तक स्लम इलाकों में काम कर रही है। मेडिकल से लेकर कोरोना मरीजों की लाशों को दफनाने में इनके कार्यकर्ता मदद करते रहे हैं। महमूद हकीमी बताते हैं कि वे पहले काफी मुश्किलों के दौर से गुजर चुके हैं। वक्त ऐसा भी आया, जब अपनों से भी उन्हें साथ नहीं मिला। तभी से उन्होंने ठान लिया था कि वे जरूरतमंदों की मदद करेंगे। कोरोना ने बीते वर्ष मुंबई में मार्च में दस्तक दी और इस वायरस को नियंत्रण करने के लिए सरकार को लॉकडाउन करना पड़ा। उस समय काम-धंधे बंद हो गए थे और लोगों के सामने खाने का संकट खड़ा हो गया था। तब महमूद हकीमी ने अपनी टीम के साथ गरीब लोगों की मदद करने का ...

शिक्षक-कर्मचारी संगठनों का बड़ा दावा, यूपी पंचायत चुनाव ड्यूटी में गई 1500 की जान

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लखनऊ यूपी के शिक्षक- कर्मचारी संगठनों का दावा है कि पंचायत चुनाव में ड्यूटी के कारण संक्रमण से 1500 से अधिक शिक्षकों-कर्मचारियों की जान चली गई है। बड़ी संख्या में परिवारीजनों की मौत हो गई और अब भी कई संक्रमित हैं। राज्य निर्वाचन आयोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने और कर्मचारियों की सुरक्षा करने में विफल रहा है। ऐसे सभी शिक्षक-कर्मचारी 2 मई को होने वाली पंचायत चुनाव की मतगणना का बहिष्कार करेंगे। यूपी के सभी अहम शिक्षक व कर्मचारी संगठनों की शुक्रवार वर्चुअल बैठक हुई। यूपी शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा का कहना है कि हमने सरकार और आयोग को 700 से अधिक बेसिक शिक्षकों-कर्मचारियों की सूची भेजी है, जिनकी मौत पंचायत चुनाव में ड्यूटी के कारण संक्रमित होने से हुई है। कर्मचारियों नेताओं का कहना है कि बेसिक शिक्षकों-कर्मियों के अलावा, स्थानीय निकाय के कर्मियों, जेई आदि को शामिल कर लें तो यह संख्या 1500 से अधिक हैं। इसके अलावा हजारों संक्रमित होकर इलाज करवा रहे हैं। आयोग को बताया, लेकिन कुछ नहीं हुआ कर्मचारी संगठनों का कहना है कि 12 अप्रैल को कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी, पेंशनर्स मंच ने र...

'4 घंटे तो चाहिए ही...' शादी पर उद्धव सरकार के फरमान से पंडित हुए परेशान

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मुंबई कोरोना वायरस के चलते महाराष्ट्र सरकार ने जो बंदिशें लागू की हैं, उनमें शादी में 25 बारातियों को शामिल करने और दो घंटे के लिए ही हॉल की अनुमति मुख्य हैं। कोरोना के प्रकोप को देखते हुए लड़के और लड़की के परिवारवालों को बारातियों की सीमित संख्या से तो ज्यादा दिक्कत नहीं है, लेकिन उन्हें और उनके पंडितों को दो घंटे के लिए हॉल की बुकिंग की शर्तों से बहुत परेशानी हो रही है। खास तौर पर पंडितों को समझ में नहीं आ रहा है कि वे दो घंटे में हिंदू रीति से कैसे विवाह संपन्न कराएं। आचार्य ऋषिराज तिवारी का कहना है कि सरकार के निर्देश पर हॉल की बुकिंग दो घंटे के लिए हो रही है। ऐसे में हॉल में शादी के लिए पूजा-पाठ की जो पूर्व तैयारी होनी चाहिए, उसमें दिक्कतें आ रही हैं। इन सब तैयारियों के लिए कम से कम एक घंटे का समय लगता है। 'शॉर्टकट अपनाएंगे फिर भी दो घंटे में नहीं हो सकती शादी' पंडित ने कहा कि तैयारियों के बाद जब बारात हॉल के द्वार पर आती है, तब द्वार पूजा में लगभग आधे घंटे का समय लगता है। विवाह विधि में दो से ढाई घंटे लग जाते हैं। ऐसे में भला पंडित कितना शॉर्टकर्ट अपना सकते हैं। हमारा आग...

शिक्षक-कर्मचारी संगठनों का बड़ा दावा, यूपी पंचायत चुनाव ड्यूटी में गई 1500 की जान

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लखनऊ यूपी के शिक्षक- कर्मचारी संगठनों का दावा है कि पंचायत चुनाव में ड्यूटी के कारण संक्रमण से 1500 से अधिक शिक्षकों-कर्मचारियों की जान चली गई है। बड़ी संख्या में परिवारीजनों की मौत हो गई और अब भी कई संक्रमित हैं। राज्य निर्वाचन आयोग कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने और कर्मचारियों की सुरक्षा करने में विफल रहा है। ऐसे सभी शिक्षक-कर्मचारी 2 मई को होने वाली पंचायत चुनाव की मतगणना का बहिष्कार करेंगे। यूपी के सभी अहम शिक्षक व कर्मचारी संगठनों की शुक्रवार वर्चुअल बैठक हुई। यूपी शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा का कहना है कि हमने सरकार और आयोग को 700 से अधिक बेसिक शिक्षकों-कर्मचारियों की सूची भेजी है, जिनकी मौत पंचायत चुनाव में ड्यूटी के कारण संक्रमित होने से हुई है। कर्मचारियों नेताओं का कहना है कि बेसिक शिक्षकों-कर्मियों के अलावा, स्थानीय निकाय के कर्मियों, जेई आदि को शामिल कर लें तो यह संख्या 1500 से अधिक हैं। इसके अलावा हजारों संक्रमित होकर इलाज करवा रहे हैं। आयोग को बताया, लेकिन कुछ नहीं हुआ कर्मचारी संगठनों का कहना है कि 12 अप्रैल को कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी, पेंशनर्स मंच ने र...

'4 घंटे तो चाहिए ही...' शादी पर उद्धव सरकार के फरमान से पंडित हुए परेशान

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मुंबई कोरोना वायरस के चलते महाराष्ट्र सरकार ने जो बंदिशें लागू की हैं, उनमें शादी में 25 बारातियों को शामिल करने और दो घंटे के लिए ही हॉल की अनुमति मुख्य हैं। कोरोना के प्रकोप को देखते हुए लड़के और लड़की के परिवारवालों को बारातियों की सीमित संख्या से तो ज्यादा दिक्कत नहीं है, लेकिन उन्हें और उनके पंडितों को दो घंटे के लिए हॉल की बुकिंग की शर्तों से बहुत परेशानी हो रही है। खास तौर पर पंडितों को समझ में नहीं आ रहा है कि वे दो घंटे में हिंदू रीति से कैसे विवाह संपन्न कराएं। आचार्य ऋषिराज तिवारी का कहना है कि सरकार के निर्देश पर हॉल की बुकिंग दो घंटे के लिए हो रही है। ऐसे में हॉल में शादी के लिए पूजा-पाठ की जो पूर्व तैयारी होनी चाहिए, उसमें दिक्कतें आ रही हैं। इन सब तैयारियों के लिए कम से कम एक घंटे का समय लगता है। 'शॉर्टकट अपनाएंगे फिर भी दो घंटे में नहीं हो सकती शादी' पंडित ने कहा कि तैयारियों के बाद जब बारात हॉल के द्वार पर आती है, तब द्वार पूजा में लगभग आधे घंटे का समय लगता है। विवाह विधि में दो से ढाई घंटे लग जाते हैं। ऐसे में भला पंडित कितना शॉर्टकर्ट अपना सकते हैं। हमारा आग...

अमेरिका से लेकर रोमानिया तक बढ़े मदद के हाथ, तस्वीरों में देखें कैसे पहुंच रही मदद

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नई दिल्लीभारत कोरोना वायरस की दूसरी भीषण लहर से जूझ रहा है और बीते कुछ दिनों से देश में रोजाना तीन लाख से अधिक मामले आ रहे हैं जबकि अस्पताल ऑक्सीजन और बिस्तरों की कमी का सामना कर रहे हैं। कोरोना महामारी के इस संकट की घड़ी में दुनिया भर से भारत मदद पहुंचनी शुरू हो गई है। अमेरिका के अलावा रूस, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, आयरलैंड, बेल्जियम, रोमानिया, लक्समबर्ग, सिंगापुर, पुर्तगाल, स्वीडन, न्यूजीलैंड, कुवैत और मॉरीशस सहित कई प्रमुख देशों ने भारत को महामारी से लड़ने में मदद करने के लिए मेडिकल सहायता की घोषणा की है। आइए तस्वीरों में देखते हैं कैसे भारत मदद पहुंच रही है। विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी (Covid-19 pandemic) के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है जो पहले कभी नहीं थी। ऐसे में भारत अपने सहयोगी और मित्र देशों से मिलने वाली मेडिकल सप्लाई एवं सहायता को किसी नीतिगत ढांचे के दायरे में नहीं देख रहा है। उन्होंने कहा कि 'टीका मैत्री' अभियान के तहत भी भारत ने अन्य देशों को वैक्सीन उपलब्ध कराया है। नई दिल्ली भारत कोरोना वायरस की दूसरी भीषण लहर से...

करप्शन केस में FIR, परमबीर सिंह ने हाई कोर्ट का खटखटाया दरवाजा

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मुंबई पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की शिकायत पर सीबीआई ने महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के केस में एफआईआर दर्ज की थी। अब भ्रष्टाचार के आरोप में खुद परमबीर सिंह पर केस दर्ज हुआ है। उनके अलावा डीसीपी पराग मनेरे और 26 अन्य पुलिसकर्मियों को भी आरोपी बनाया गया है। परमबीर ने एफआईआर को हाई कोर्ट में चुनौती दी है। इस पर 4 मई को सुनवाई हो सकती है। 'लेटर बम' से हिल गई थी उद्धव सरकार अकोला पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात इंस्पेक्टर भीमराव घडगे ने पिछले सप्ताह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, डीजीपी और एसीबी के चीफ को 14 पेज का लेटर भेजा था। इसमें परमबीर सिंह पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए थे। उसी लेटर को आधार बनाकर सिंह के खिलाफ अकोला में एफआईआर दर्ज हुई है। उन पर आपराधिक षड्यंत्र और सबूत नष्ट करने की विभिन्न धाराओं तथा अनूसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के अलग-अलग सेक्शन के तहत भी केस दर्ज किया गया है। पहले से चल रही हैं 2 जांच परमबीर सिंह के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार पहले ही दो जांच बैठा चुकी है, लेकिन उन मामलों में अभी तक एफआईआर नहीं हुई । भीम...

कोरोना काल में ये कैसे गिद्ध! मौत के बाद अस्पताल से कोविड मरीजों के फोन और रुपये गायब

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लखनऊ यूपी में कोरोना की बेकाबू स्पीड के बीच राजधानी लखनऊ में कोविड अस्पतालों में मरीज की मौत के बाद फोन और रुपये चुराए जा रहे हैं। हाल में लोहिया अस्पताल के कोविड अस्पताल में यह घटना हुई। बीजेपी के नगर पंचायत गोसाईंगंज अध्यक्ष निखिल मिश्रा ने इसकी शिकायत संस्थान में की है। उन्होंने मोबाइल फोन न मिलने पर संस्थान पर एफआईआर करवाने की बात कही है। निखिल मिश्रा के बहनोई प्रशांत द्विवेदी कोविड अस्पताल में 14 अप्रैल से भर्ती थे। 26 अप्रैल को उनका देहांत हो गया। पत्र में उन्होंने लिखा है कि जब शव के साथ सामान मुहैया करवाया गया तो उसमें उनका एक स्मार्ट फोन और करीब 17 हजार रुपये गायब थे। रिपोर्ट दर्ज करवाने की दी धमकी निखिल ने बताया कि आपत्ति जताने पर उनसे कहा गया कि एचडीयू से आईसीयू रेफर किया गया था, ऐसे में हो सकता है कि फोन और रुपये कहीं रह गए हों देखकर दे देंगे। दो दिन बाद भी फोन नहीं दिया गया है। निखिल का कहना है कि मोबाइल में उनके निजी नोट और कई ऐसी चीजें हैं जो परिवार के लिए बहुमूल्य हैं। इसलिए मोबाइल को मुहैया कराया जाए नहीं तो वह सभी डॉक्टरों और कर्मचारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाए...

आईफोन का पासवर्ड नहीं बताया, डीयू के स्टूडेंट की अपने दोस्त की हत्या

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विशेष संवाददाता, मौर्या एंक्लेव मौर्या एन्क्लेव इलाके में 21 अप्रैल को एक छात्र की हुई हत्या के मामले में आरोपी दोस्त को पिलखुआ से गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान मयंक के रूप में हुई है, जो डीयू का छात्र है। वह महाराजा अग्रसेन कॉलेज से सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहा है। हत्या आईफोन के पासवर्ड नही बताने को लेकर की थी। आरोपी ने दोस्त की गला घोंटकर हत्या की थी। वारदात के लिए पीतमपुरा स्थित पार्क में बुलाकर ले गया था। पुलिस को मौके पर से एक काली पॉलिथीन भी मिली थी। मयंक सिंह छह महीने पहले सोशल मीडिया पर मृतक छात्र से मिला था। जिससे जल्द ही दोस्ती हो गई थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार मौर्या एन्क्लेव पुलिस को 21 अप्रैल को मृतक छात्र की गुमशुदगी के बारे में उसके परिवार ने बताया था। उन्होंने बताया कि उनका बेटा क्लास 12 वीं में पढ़ता है गायब है और वह 21 अप्रैल को सुबह टहलने के घर से निकला था, लेकिन जब वह नहीं लौटा, तो उसने उससे संपर्क करने की कोशिश की। जिसने फोन पर कोई जवाब नही दिया था। पुलिस को यह भी बताया कि उसके बेटे के चैट को स्कैन करने के बाद उन्होंने पाया कि वह सोशल मीडिया पर एक शख्स से बात कर...

मर चुका था मरीज... कहते रहे वेंटिलेटर पर है, लखनऊ में 5 मौतों का असल सच क्या है?

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लखनऊ लखनऊ के टेंडर पाम अस्पताल में ऑक्सिजन खत्म होने के मामले में लापरवाही सामने आने लगी है। अस्पताल प्रशासन ने बुधवार को एक ही मरीज के मरने का दावा किया था लेकिन बाद में पांच मरीजों की मौत की बात सामने आई। गुरुवार को एक और मरीज के परिजन ने अस्पताल पर लापरवाही और धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन भी किया। पीड़ित परिवार के अनुसार ऑक्सिजन खत्म होने की जानकारी पर अस्पताल की डॉ. अनुभा से वॉट्सऐप पर पूछा था। इस पर उन्होंने मरीज के वेंटिलेटर पर होने की जानकारी दी थी, जबकि उसकी मौत हो चुकी थी। निधि मिश्रा का आरोप है कि अवध विहार निवासी जीजा शंकर गुप्ता को टेंडर पाम अस्पताल में 14 अप्रैल को भर्ती करवाया था। उनका अस्पताल की संचालिका डॉ. अनुभा से परिचय भी था। 28 अप्रैल की रात आठ बजे ऑक्सिजन खत्म होने की जानकारी पर डॉ. अनुभा को वॉट्सऐप करके स्थिति पूछी। इस पर उन्होंने हालत गंभीर होने का दावा करते हुए वेंटिलेटर पर रखने की बात कही। हालांकि अस्पताल पहुंचने पर मौत की जानकारी हुई। निधि का आरोप है कि अस्पताल ने ऑक्सिजन से कोई मौत न होने का दावा किया था, जबकि आठ से ज्यादा मरीजों ने दम तोड़ा है...

कोरोना काल में ये कैसे गिद्ध! मौत के बाद अस्पताल से कोविड मरीजों के फोन और रुपये गायब

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लखनऊ यूपी में कोरोना की बेकाबू स्पीड के बीच राजधानी लखनऊ में कोविड अस्पतालों में मरीज की मौत के बाद फोन और रुपये चुराए जा रहे हैं। हाल में लोहिया अस्पताल के कोविड अस्पताल में यह घटना हुई। बीजेपी के नगर पंचायत गोसाईंगंज अध्यक्ष निखिल मिश्रा ने इसकी शिकायत संस्थान में की है। उन्होंने मोबाइल फोन न मिलने पर संस्थान पर एफआईआर करवाने की बात कही है। निखिल मिश्रा के बहनोई प्रशांत द्विवेदी कोविड अस्पताल में 14 अप्रैल से भर्ती थे। 26 अप्रैल को उनका देहांत हो गया। पत्र में उन्होंने लिखा है कि जब शव के साथ सामान मुहैया करवाया गया तो उसमें उनका एक स्मार्ट फोन और करीब 17 हजार रुपये गायब थे। रिपोर्ट दर्ज करवाने की दी धमकी निखिल ने बताया कि आपत्ति जताने पर उनसे कहा गया कि एचडीयू से आईसीयू रेफर किया गया था, ऐसे में हो सकता है कि फोन और रुपये कहीं रह गए हों देखकर दे देंगे। दो दिन बाद भी फोन नहीं दिया गया है। निखिल का कहना है कि मोबाइल में उनके निजी नोट और कई ऐसी चीजें हैं जो परिवार के लिए बहुमूल्य हैं। इसलिए मोबाइल को मुहैया कराया जाए नहीं तो वह सभी डॉक्टरों और कर्मचारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाए...

आईफोन का पासवर्ड नहीं बताया, डीयू के स्टूडेंट की अपने दोस्त की हत्या

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विशेष संवाददाता, मौर्या एंक्लेव मौर्या एन्क्लेव इलाके में 21 अप्रैल को एक छात्र की हुई हत्या के मामले में आरोपी दोस्त को पिलखुआ से गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान मयंक के रूप में हुई है, जो डीयू का छात्र है। वह महाराजा अग्रसेन कॉलेज से सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहा है। हत्या आईफोन के पासवर्ड नही बताने को लेकर की थी। आरोपी ने दोस्त की गला घोंटकर हत्या की थी। वारदात के लिए पीतमपुरा स्थित पार्क में बुलाकर ले गया था। पुलिस को मौके पर से एक काली पॉलिथीन भी मिली थी। मयंक सिंह छह महीने पहले सोशल मीडिया पर मृतक छात्र से मिला था। जिससे जल्द ही दोस्ती हो गई थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार मौर्या एन्क्लेव पुलिस को 21 अप्रैल को मृतक छात्र की गुमशुदगी के बारे में उसके परिवार ने बताया था। उन्होंने बताया कि उनका बेटा क्लास 12 वीं में पढ़ता है गायब है और वह 21 अप्रैल को सुबह टहलने के घर से निकला था, लेकिन जब वह नहीं लौटा, तो उसने उससे संपर्क करने की कोशिश की। जिसने फोन पर कोई जवाब नही दिया था। पुलिस को यह भी बताया कि उसके बेटे के चैट को स्कैन करने के बाद उन्होंने पाया कि वह सोशल मीडिया पर एक शख्स से बात कर...

ब्लॉगः जज बनने में क्यों हिचकती हैं महिला वकील

बीते दिनों उच्च न्यायालय में जजों की नियुक्ति से जुड़े मामले पर सुनवाई करते हुए देश के तत्कालीन चीफ जस्टिस एस ए बोबड़े ने कहा था, 'महिला वकील अक्सर अपनी घरेलू, पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते जज बनने से कतराती हैं।' क्या यह पूर्ण सत्य है? क्या वाकई महिला वकील महत्वपूर्ण दायित्व लेने से सिर्फ इसलिए परहेज करती हैं कि उन्हें अपने पारिवारिक दायित्वों को प्राथमिकता देनी है? from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi, coronavirus vaccine latest news update https://ift.tt/3vyXm7p

प. बंगाल में बीजेपी जीत चुकी है, रिजल्ट जो भी हो, जानें कैसे

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच मोटे तौर एक बात कॉमन है। दोनों विपक्षी नेता हैं। अखिलेश उन 15 नेताओं में भी हैं, जिनको ममता ने पिछले दिनों लेटर लिखा। ममता ने समर्थन मांगा था बीजेपी विरोधी मोर्चा बनाने के लिए। पत्र में ममता ने कहा था कि भारत के संघीय ढांचे पर सुनियोजित तरीके से हमला किया जा रहा है, जिससे देश की लोकतांत्रिक परंपराएं खत्म हो जाएंगी। पढ़ें पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय का यह दिलचस्प लेख.... Bengal Election Exit Poll 2021 : बहुसंख्यक वोटरों को रिझाने के लिए चुनाव प्रचार के दौरान ममता ने चंडी पाठ किया और खुद को हिंदू दिखाने की कोशिश की। बीजेपी यहां जीत गई, अब नतीजा कुछ भी हो। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच मोटे तौर एक बात कॉमन है। दोनों विपक्षी नेता हैं। अखिलेश उन 15 नेताओं में भी हैं, जिनको ममता ने पिछले दिनों लेटर लिखा। ममता ने समर्थन मांगा था बीजेपी विरोधी मोर्चा बनाने के लिए। पत्र में ममता ने कहा था कि भारत के संघीय ढांचे पर सुनियोजित तरीके से हमला किया जा...

मर चुका था मरीज... कहते रहे वेंटिलेटर पर है, लखनऊ में 5 मौतों का असल सच क्या है?

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लखनऊ लखनऊ के टेंडर पाम अस्पताल में ऑक्सिजन खत्म होने के मामले में लापरवाही सामने आने लगी है। अस्पताल प्रशासन ने बुधवार को एक ही मरीज के मरने का दावा किया था लेकिन बाद में पांच मरीजों की मौत की बात सामने आई। गुरुवार को एक और मरीज के परिजन ने अस्पताल पर लापरवाही और धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन भी किया। पीड़ित परिवार के अनुसार ऑक्सिजन खत्म होने की जानकारी पर अस्पताल की डॉ. अनुभा से वॉट्सऐप पर पूछा था। इस पर उन्होंने मरीज के वेंटिलेटर पर होने की जानकारी दी थी, जबकि उसकी मौत हो चुकी थी। निधि मिश्रा का आरोप है कि अवध विहार निवासी जीजा शंकर गुप्ता को टेंडर पाम अस्पताल में 14 अप्रैल को भर्ती करवाया था। उनका अस्पताल की संचालिका डॉ. अनुभा से परिचय भी था। 28 अप्रैल की रात आठ बजे ऑक्सिजन खत्म होने की जानकारी पर डॉ. अनुभा को वॉट्सऐप करके स्थिति पूछी। इस पर उन्होंने हालत गंभीर होने का दावा करते हुए वेंटिलेटर पर रखने की बात कही। हालांकि अस्पताल पहुंचने पर मौत की जानकारी हुई। निधि का आरोप है कि अस्पताल ने ऑक्सिजन से कोई मौत न होने का दावा किया था, जबकि आठ से ज्यादा मरीजों ने दम तोड़ा है...

बुखार आया, सांस फूलने लगी.. और दम टूट गया, घनी बस्तियों में कोरोना संक्रमण की अलग चुनौतियां

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लखनऊ यूं तो पूरे लखनऊ के लोग कोरोना संक्रमण से परेशान हैं, लेकिन घनी बस्तियों में अलग तरह की चुनौती है। यहां रहने वाले आर्थिक रूप से कमजोर लोग न तो निजी अस्पतालों में जांच करवा सकते हैं और न इलाज। सरकारी अस्पतालों में इलाज की सुविधा भी इनके लिए आसान नहीं है। एनबीटी ने ऐसी ही कुछ बस्तियों का जायजा लिया तो पता चला कि ज्यादातर लोग सर्दी, जुकाम, बुखार से परेशान हैं। इसके बावजूद जांच नहीं करवा पाते। आसपास छोटे निजी क्लिनिक भी इन दिनों बंद हैं। ऐसे में नजदीकी मेडिकल स्टोर के सहारे हैं। वहीं से दवा लेते रहते हैं। तबीयत बिगड़ने के बाद कई की मौत भी हो चुकी है। बिना जांच के यह भी तय नहीं हो पा रहा कि मौत कोरोना से हुई या किसी और बीमारी से। घनी बस्तियों के हाल पर दीप सिंह और निखिल साहू की रिपोर्ट...। छितवापुर भुइयन: अचानक तबीयत बिगड़ी और तोड़ दिया दम स्टेशन रोड से सटी बस्ती छितवापुर भुइयन। यहां की अनीता बताती हैं कि उनकी बहन का बेटा करीब 35 साल का था। 19 अप्रैल को ऑटो चलाकर घर लौटा। अचानक सांस फूलने लगी। सिविल अस्पताल ले जाने लगे, लेकिन रास्ते में ही निधन हो गया। उसे कोरोना था या नहीं, कुछ ...

बुखार आया, सांस फूलने लगी.. और दम टूट गया, घनी बस्तियों में कोरोना संक्रमण की अलग चुनौतियां

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लखनऊ यूं तो पूरे लखनऊ के लोग कोरोना संक्रमण से परेशान हैं, लेकिन घनी बस्तियों में अलग तरह की चुनौती है। यहां रहने वाले आर्थिक रूप से कमजोर लोग न तो निजी अस्पतालों में जांच करवा सकते हैं और न इलाज। सरकारी अस्पतालों में इलाज की सुविधा भी इनके लिए आसान नहीं है। एनबीटी ने ऐसी ही कुछ बस्तियों का जायजा लिया तो पता चला कि ज्यादातर लोग सर्दी, जुकाम, बुखार से परेशान हैं। इसके बावजूद जांच नहीं करवा पाते। आसपास छोटे निजी क्लिनिक भी इन दिनों बंद हैं। ऐसे में नजदीकी मेडिकल स्टोर के सहारे हैं। वहीं से दवा लेते रहते हैं। तबीयत बिगड़ने के बाद कई की मौत भी हो चुकी है। बिना जांच के यह भी तय नहीं हो पा रहा कि मौत कोरोना से हुई या किसी और बीमारी से। घनी बस्तियों के हाल पर दीप सिंह और निखिल साहू की रिपोर्ट...। छितवापुर भुइयन: अचानक तबीयत बिगड़ी और तोड़ दिया दम स्टेशन रोड से सटी बस्ती छितवापुर भुइयन। यहां की अनीता बताती हैं कि उनकी बहन का बेटा करीब 35 साल का था। 19 अप्रैल को ऑटो चलाकर घर लौटा। अचानक सांस फूलने लगी। सिविल अस्पताल ले जाने लगे, लेकिन रास्ते में ही निधन हो गया। उसे कोरोना था या नहीं, कुछ ...

पोल ऑफ पोल्स : बंगाल में फंस गया पेंच, ममता आ रहीं या BJP रच रही इतिहास?

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नई दिल्ली पश्चिम बंगाल, असम समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए एग्जिट पोल आ गए हैं। नतीजे 2 मई को आएंगे। सबकी नजरें पश्चिम बंगाल पर है लेकिन अब तक 3 एग्जिट पोल के नतीजे तो दीदी यानि ममता बनर्जी की विदाई के संकेत दे रहे हैं। इंडिया टीवी-पीपल्स पल्स के एग्जिट पोल में तो बंगाल में बीजेपी की प्रचंड जीत की भविष्यवाणी की गई है। हालांकि, कई दूसरे एग्जिट पोल्स में ममता बनर्जी की हैटट्रिक की भविष्यवाणी की गई है। आइए जानते हैं एग्जिट पोल के नतीजों का क्या औसत निकालता है... पश्चिम बंगाल में किसकी सरकार..जानिए पोल ऑफ पोल्स? पश्चिम बंगाल की 294 विधानसभा सीटों में से 292 सीटों पर वोटिंग हुई। पश्चिम बंगाल में 8वें और आखिरी चरण के साथ ही 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव एक तरह से संपन्न हो चुके हैं। अब सबको 2 मई को आने वाले नतीजों का इंतजार है। हालांकि, उससे पहले एग्जिट पोल्स एक मोटा-मोटी अंदाजा दे चुके हैं कि किस राज्य में किसकी सरकार बन रही है। एजेंसी/सीटों का अनुमान टीएमसी बीजेपी लेफ्ट+कांग्रेस टाइम्स नाउ-सी-वोटर 158 115 19 इंडिया टीवी-पीपल्स पल्स 64-88 173-192 7-12 रिपब्लि...